इज़हार
मैं चाहता था कि उस को गुलाब पेश करूँ
वो ख़ुद गुलाब था उसको गुलाब क्या देता ||
वो जिसने सिखाया इश्क़ का कभी मकतब
मैं उसके हाथ मेँ दिल की किताब क्या देता ||
वो ख़ुद गुलाब था उसको गुलाब क्या देता ||
वो जिसने सिखाया इश्क़ का कभी मकतब
मैं उसके हाथ मेँ दिल की किताब क्या देता ||
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